डराना चाहते हैं वो हमें धमकियां देकर
बड़े नादान है पानी को चिंगारी दिखाते हैं
वीरेंद्र खैर 'अकेला'
क्या पानी में आग लग सकती है?जो व्यक्ति धीर गंभीर व शांत हो।उसे कभी गुस्सा आ सकता है? जो व्यक्ति कूल माइंड हो।सारे कार्य सोच समझकर करता हो।उसे कोई व्यक्ति क्रोधित कर दे।एसा कम ही होता है।चिंगारी पानी में गिरकर ज्वलनशीलता गँवा देती है।ईस बात का आधार लेकर कवि बेहतरीन बात कही है।आदमी को चाहिए वो दिमाग शांत रखे।दिमाग शांत हो तो 'आग' लगानेवालों को सफलता नहीं मिलती।आदमी को हमेशा कूल माईँडेड रहना चाहिए।
ता.13।05।2012 के गुजराती दैनिक 'जयहिंद' में मेरी कॉलम 'अर्ज करते हैँ' में छपे लेख का अंश
कुमार अहमदाबादी
अभण अमदावादी
बड़े नादान है पानी को चिंगारी दिखाते हैं
वीरेंद्र खैर 'अकेला'
क्या पानी में आग लग सकती है?जो व्यक्ति धीर गंभीर व शांत हो।उसे कभी गुस्सा आ सकता है? जो व्यक्ति कूल माइंड हो।सारे कार्य सोच समझकर करता हो।उसे कोई व्यक्ति क्रोधित कर दे।एसा कम ही होता है।चिंगारी पानी में गिरकर ज्वलनशीलता गँवा देती है।ईस बात का आधार लेकर कवि बेहतरीन बात कही है।आदमी को चाहिए वो दिमाग शांत रखे।दिमाग शांत हो तो 'आग' लगानेवालों को सफलता नहीं मिलती।आदमी को हमेशा कूल माईँडेड रहना चाहिए।
ता.13।05।2012 के गुजराती दैनिक 'जयहिंद' में मेरी कॉलम 'अर्ज करते हैँ' में छपे लेख का अंश
कुमार अहमदाबादी
अभण अमदावादी
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